हमारी संस्था विकलांग कल्याण सेवा संस्थान बीगत १२ वर्षोंसे विकलांगों,महिलाओं,बच्चों व किसानो के चौमुखी विकास की और अग्रेसर है। संस्था द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार (राष्ट्रीय न्यास) द्वारा जनपद में ३० मानसिक मंदित बच्चों हेतु ममता समर्थ योजना का कुशल संचालन एवं किसानों, महिलाओं के कल्याण हेतु नाबार्ड द्वारा १५० एसएचजी/४० कृषक क्लब और १०० जेएलजी को योजनासे लाभान्वित किया गया। संस्था विकलांगों के पुनर्वास हेतु विशेष प्रशिक्षण व अन्य सेमिनार, गोष्टी, जागरूकता शिविर आदि संचालन कर आम जनता को सक्षम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। संस्था अपने वेबसाईट www.vksss.org.in के माध्यमसे केंद्र व राज्य एवं जिलेस्तर पर स्वैच्छिक संघटनों को प्रोजेक्ट हेतु नि:शुल्क सलाह/जानकारी दी जाती है। संस्था के पास आवश्यक स्टाफ, भवन, कार्यालय एवं अन्य संसाधन उपलब्ध है। जिलेमें आवश्यकता को देखते हुए २ अक्टूबर २०१५ महात्मा गांधी जयंती के शुभ अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के आई.सी॰पी॰एस॰ योजनान्तर्गत अनाथ, अज्ञात, लावारिस बच्चों के देख-रेख व संरक्षण हेतु बाल गृह बालक का उद्घाटन मा॰ जिलाधिकारी महोदय, सिद्धार्थनगर द्वारा किया गया। महिलाओंके कल्याणार्थ महिला स्वाधारगृह, उज्ज्वला एवं वृद्धाश्रम संचालनहेतु प्रस्ताव प्रस्तावित है। समाज के दबे, कुचले, असहाय, निर्धन जनमानस जो विकास के मुख्यधारासे वंचित है उनका कल्याण व पुनर्वास करना ही संस्था का मुख्य उद्देश्य है। मै समाज के समाजसेवी, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, न्यायिक अधिकारियों, एडवोकेट, पत्रकार, बुद्धिजीवियों व जनमानससे यह अपील है कि संस्था के इस नेक व पुनीत कार्य के सफल संचालन में आप अपने सामाजिक ज़िम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए समाज व राष्ट्र विकास के मुख्यधारा से जुड़कर अपने सुझाव/विचार एवं समस्या से हमे अवगत कराते हुए समाज व राष्ट्र के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे।